वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में राष्ट्रीय विकास दर में 7.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. पहली तिमाही में यह मात्र 7 फीसद थी. वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2014-15 की समान तिमाही की 8.4 फीसद वृद्धि के मुकाबले एक फीसद कम है. केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सीएसओ) ने 30 नवंबर 2015 को वर्तमान जीडीपी के आंकड़े जारी किए. इसके अनुसार वित्त वर्ष 2015-16 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में विकास दर 7.2 फीसद रही. जबकि पिछले साल समान अवधि में यह 7.5 फीसद थी. सीएसओ के अनुसार दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में व्यापार, होटल, परिहवन, संचार और प्रसारण से संबंधित सेवाओं की वृद्धि सर्वाधिक 10.6 फीसद हुई. दूसरी तिमाही में मैन्यूफैक्चरिंग की वृद्धि बढ़कर 9.3 फीसद हो गई जो कि पहली तिमाही में 7.2 फीसद तथा पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7.9 फीसद थी. दूसरी तिमाही में कृषि, वानिकी और मत्स्यन क्षेत्र की वृद्धि दर 2.2 फीसद रही. इस अवधि में पशुपालन, वानिकी और मत्स्यन की वृद्धि दर 6 फीसद रही है. सीएसओ के अनुसार दूसरी तिमाही के दौरान खरीफ मौसम में अनाज के उत्पादन में -1.8 फीसद और दलहन के उत्पादन में -1.1 फीसद की नकारात्मक वृद्धि रही. निर्माण क्षेत्र में भी पिछले साल की तुलना में कम वृद्धि दर्ज की गई. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर मात्र 2.6 फीसद है जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 8.7 फीसद थी. विदित हो कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 7.4 फीसद वृद्धि के साथ भारत ने चीन को पीछे छोड़ दिया. इस अवधि में चीन की वृद्धि दर 6.9 फीसद रही.
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