किसी के अधीन रहने से ज्यादा कष्टदायक किसी दूसरे के घर में रहना है।
जो मित्र सामने मीठी बातें करता है और पीठ पीछे आपके काम बिगाड़ने में लगा रहता है ऐसे मित्रों को त्यागने में ही भलाई है।
जो मित्र सामने मीठी बातें करता है और पीठ पीछे आपके काम बिगाड़ने में लगा रहता है ऐसे मित्रों को त्यागने में ही भलाई है।
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