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रविवार, 31 मई 2020

शेयर चुनाव के 23 मापदंड(STOCKS SELECTION 23 GOLDEN CRETERIA)

शेयर चुनाव के 23 मापदंड (STOCK SELECTION 23 GOLDEN CRETERIA )
1.Sector ...(-35% blow 5point &-35%up10point)
2.category .(small 2point mid 3p &largecap 5p)
3.intrinsic value (stocks price blow 5point)
4.Returns vs FD rates (positive 2p negative0)
5.Dividend returns (3 point)
6.Entry point     ...(5point)
7.Red flogs found (5point)
8.Key metric.(secter>stocks PE less 20 ,5point)
9.Fore cast & Rating.(100%-10p,90%-9p,80%-8)
10.Peer & Comparison (peer coy PE kam 5p)
11.Financial trend(revenu Inc 5p+profit>5p)
12.Holding trend(promoter>5p+mf>5p+fii>5p)
13.News (positive5p)
14.Total volume (50k>5p)
15.Short term driver(5p)
16.Long term driver (5p)
17.Security information (ARQ SCORE90=9)
18.Fundamental (Quality av-2p,good-5,ex-8 )       
19.Stock.PBT2p,PAT3p,NETSELE5p
20.Stock DNA (secter return se more 5p)
21.Delivery《40%more 5p》
22.Stock fundamental Ratio(roe >5,roc>5,roa>)
23.Asst&Libility[5point]
(By SAFALTA KI RAAH/deshpriya)

शुक्रवार, 8 मई 2020

IPO AND Follow On Public Offer (FPO) क्या होता है

जब कोई Private Company शेयर बाजार में पहली बार अपने Share Public को बेचती है।

और तब उस कंपनी की Listing Stock Exchange पर होती है, तो इस प्रक्रिया को IPO यानी Initial Public Offer कहा जाता है।

Follow On Public Offer (FPO) क्या होता है ?

IPO की तरह ही FPO भी एक Public Offer ही है, जिसमे भी कंपनियां अपने शेयर Public को बेचती है।

लेकिन 

क्युकी वह पहली बार ही Public को अपने शेयर Issue कर रही है।

लेकिन कई बार IPO के बाद भी कंपनीओ को शेयर बेचकर पैसा जुटाने की जरुरत होती है।

तब वह दूसरी बार अपने शेयर Public को Issue कर के पैसा जुटाती है।

इस दूसरी बार पैसा जुटाने की प्रक्रिया को ही FPO या Follow On Public Offer कहते है। (by SAFALTA KI RAAH m-7974858416)

गुरुवार, 7 मई 2020

STOCK MARKET INDEX क्या है?

आप समझ सकते है – एक लिस्ट, और सूचकांक का दूसरा अर्थ है – अंको की सूचना (Information),

इस तरह  स्टॉक मार्केट इंडेक्स वह तरीका है,जो स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनी के इनफार्मेशन को अंको द्वारा बताता है, इंडेक्स द्वारा, किसी स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनी के कारोबार और उनके शेयर में होने वाले हर एक मिनट की तेजी और मंदी को बहुत आसानी से समझा जा सकता है,

अगर स्टॉक मार्केट इंडेक्स अपने पिछले दिन के अंक से ऊपर है, तो ऐसा समझा जा सकता है कि आज बाजार फायदे में काम कर रहा है, और अगर स्टॉक मार्केट इंडेक्स में पिछले दिन के मुकाबले, आज इंडेक्स के अंको में गिरावट है, तो ऐसा समझा जाता है कि बाजार नुकसान में काम कर रहा है,
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Derivatives क्या होती है

Derivatives क्या होती है?
Derivatives का अर्थ भविष्य के लेन देन को आज निर्धारित करना होता हैं|
जिन्हें Stock Market में Options एंव Futures के द्वारा अंजाम दिया जाता हैं|
वायदा कारोबार तहत आप भविष्य के लेन देनों को आज एक निर्धारित मूल्य (Future Price) पर अंजाम दे सकते हैं|
और सबसे माझे की बात की इसमें Actual Delivery नहीं दी जाती और मूल्य के अंतर के आधार पर Settlement किया जाता हैं|
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(by EasyClip)

बुधवार, 6 मई 2020

Stock Market -स्माल कैप मिड कैप, और लार्ज कैप stocks



स्माल कैप, मिड कैप, और लार्ज कैप Small Cap Mid Cap Large Cap

भारत के दोनों सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE जिसपे 1600 से ज्यादा कम्पनी लिस्टेड है और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज BSE जिसपे 5000 से भी ज्यादा कंपनी लिस्टेड है,

इन सभी लिस्टेड कंपनी को मार्केट कैप के आधार पर तीन अलग अलग भागो में बाटा जा सकता है- small cap mid cap large cap

स्माल कैप कम्पनी
मिड कैप कम्पनी
लार्ज कैप कम्पनी
आइये अव इनके बारे में डिटेल में बात करते है-



स्माल कैप (Small Cap ) या स्माल कैप कम्पनी (Small Cap Companies)

आम तौर पर जिन कम्पनी का Market Capitalization या मार्केट कैप 1000 करोड़ तक होता है, वे सभी कंपनी स्माल कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें स्माल कैप शेयर या स्माल कैप कम्पनी कहा जाता है,

जैसे –  Aadhaar Ventures India Ltd, A2Z Infra Engineering Ltd.

मिड कैप (Mid Cap ) या मिड कैप कम्पनी (Middle Cap Companies)

आम तौर पर जिन कम्पनी का Market Capitalization या मार्केट कैप 1000 करोड़ से 10000 करोड़ तक होता है, वे सभी कंपनी मिड कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें मिड कैप शेयर या मिड कैप कम्पनी कहा जाता है,

जैसे – ABBOT INDIA, ADANI POWER LTD., ADITYA BIRLA FAISHON AND RETAIL LTD.

लार्ज कैप (Large Cap ) या लार्ज कैप कम्पनी (Large Cap Companies)


आम तौर पर जिन कम्पनी का Market Capitalization या मार्केट कैप 10000 करोड़ से ज्यादा होता है, वे सभी कंपनी लार्ज कैप कम्पनी की श्रेणी में आते है, और इन्हें लार्ज कैप शेयर या लार्ज कैप कम्पनी कहा जाता है,

जैसे –TATA MOTORS, HDFC BANK, INFOSYS, TCS,



मंगलवार, 5 मई 2020

आप कैसे कर सकते हैं शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत???

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बाजार की शुरुआत आज हरे निशान में हुई थी लेकिन कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में बंद हुए है।


अप्रैल में JLR UK बिक्री 94 फीसदी घटकर 475 यूनिट रही है। अप्रैल में जैगुआर UK बिक्री पिछले साल के इसी अवधि के 2607 से यूनिट से घटकर 396 यूनिट रही है। अप्रैल में लैंड रोवर UK बिक्री पिछले साल के इसी अवधि के 5688 यूनिट से घटकर 79 यूनिट रही है।


कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन बाजार में गिरावट देखने को मिली है। हालांकि बाजार की शुरुआत आज हरे निशान में हुई थी लेकिन कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों लाल निशान में बंद हुए है। आज के कारोबार में बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिला। साथ ही फार्मा, FMCG, मेटल शेयरों पर भी दबाव रहा।

दिग्गज शेय़रों के साथ ही मिड और स्मॉल कैप शेयरों में भी बिकवाली देखने को मिली। बीएसई का मिड और स्मॉल कैप इंडेक्स करीब 1 फीसदी टूटकर बंद हुए है। वहीं पावर, तेल-गैस छोड़ सभी सेक्टर इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए है।

PSU बैंक इंडेक्स अब तक के निचले स्तर पर बंद हुआ है जिसके चलते बैंक निफ्टी करीब 2.4 फीसदी की गिरावट के साथ 19,271.75 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी का पीएसयू बैंक इंडेक्स आज 3.28 फीसदी और प्राइवेट बैंक इंडेक्स आज करीब 2 फीसदी टूटकर बंद हुए है।

आज के कारोबार में निफ्टी के 50 में से 36 शेयरों में गिरावट देखने को मिली जबकि सेंसेक्स के 30 में से 21 शेयरों में गिरावट हावी रही। वहीं बैंक निफ्टी के 12 में से 10 शेयरों में गिरावट देखी गई।

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 262 अंक यानी 0.83 फीसदी टूटकर 31,453.51 के स्तर पर बंद हुआ है। वहीं निफ्टी  88 अंक यावनी 0.95 फीसदी की गिरावट के साथ 9205.60 के आसपास बंद हुआ है। इधर बैंक निफ्टी 472 अंक  गिरकर 19,272 के स्तर पर बंद हुआ है। (by EasyClip)

शेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है जिनमे Equity शेयर भी शामिल है

शेयर मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते है जिनमे Equity शेयर भी शामिल है .

Equity Share (इक्विटी शेयर)
Preference Share (परेफरेंस शेयर )
DVR Share (डी वी आर शेयर )
स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड कंपनी जब अपना शेयर इशू करती है तो उन शेयर को equity share कहा जाता है .

बंकि अन्य शेयर कि तुलना में equity share सबसे ज्यादा ट्रेड किये जाते है क्योंकि यह शेयर लगभग सभी कंपनी के द्वारा इशू किये जाते है .

स्टॉक एक्सचेंज में लोग सबसे ज्यादा इक्विटी शेयर्स पर ही इन्वेस्ट और ट्रेडिंग करते है इस कारण से इन्हें लोग इक्विटी शेयर कि जगह सिर्फ शेयर कहना पसंद करते है .

Preference Share Kya Hai – परेफरेंस शेयर क्या है
शेयर बाजार में इक्विटी शेयर के बाद परेफरेंस शेयर का नाम बहुत चलता है , परेफरेंस शेयर और इक्विटी शेयर इन दोनों में ज्यादा अंतर नहीं है .

क्योंकि यह दोनों है तो शेयर ही , लेकिन कुछ बाते है जो इक्विटी शेयर से परेफरेंस शेयर को अलग बनती है .

जैसे कि परेफरेंस शेयर होल्डर कभी भी कंपनी कि मीटिंग में वोटिंग नहीं कर सकता . क्योंकि परेफरेंस शेयर होल्डर के पास इसका अधिकार नहीं होता .

और परेफरेंस शेयर होल्डर को कंपनी से मिलने वाला मुनाफा पहले ही तय कर दिया जाता है जो कि उसे साल के अंत में मिलने वाला है, इस प्रकार से परेफरेंस शेयर इक्विटी से अलग है .

DVR Share Kya Hai – डी वी आर शेयर क्या है
DVR Share Full Form is : Share With Differential Voting Rights.

डी वी आर शेयर इक्विटी और परेफरेंस शेयर से अलग है ये इस लिए अलग है कि डी वी आर शेयर होल्डर को इक्विटी शेयर कि तरह लाभ तो मिलता है लेकिन उसकी तरह वोटिंग राइट्स नहीं मिलते . (by EasyClip)

शेयर होल्डर किसे कहते है

शेयर होल्डर किसे कहते है
जो व्यक्ति किसी कंपनी या संस्थान के मालिकाना हिस्सों को खरीदता है वो उस कंपनी का हिस्सेदार हो जाता है यानि के Shares का मालिक हो जाता है . जो व्यक्ति उन shares को खरीदता है वो व्यक्ति Share holder कहलाता है. (SAFALTA KI RAAH M-7974858416) watch....https://www.youtube.com/watch?v=r-quIiBCcgc

सोमवार, 4 मई 2020

Sensex क्या होता है ? Nifty क्या हैं?

Sensex क्या होता है?

Sensex बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और Sensex का निर्धारण BSE में लिस्टेड Top 30 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन (कंपनीयों का कुल मूल्य) के आधार पर किया जाता हैं|

अगर सेंसेक्स बढ़ता हैं तो इसका मतलब हैं कि BSE में रजिस्टर्ड ज्यादातर कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं|

और इसी तरह अगर सेंसेक्स गिरता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि अधिकांश कंपनियों का प्रदर्शन ख़राब रहा हैं|



Nifty नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक (Index) हैं और इसका निर्धारण NSE में लिस्टेड Top 50 Companies के मार्केट कैपिटलाइजेशन आधार पर किया जाता हैं|

अगर Nifty बढ़ता हैं तो इसका मतलब यह हैं कि NSE में रजिस्टर्ड कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया हैं और अगर Nifty घटता हैं तो इसका अर्थ यह हैं कि NSE की कंपनियों ने बुरा प्रदर्शन किया हैं (SAFALTA KI RAAH M-7974858416)

शेयर मार्केट कैसे काम करता हैं

शेयर मार्केट कैसे काम करता हैं?


देखिए यह कई बातो पर निर्भर करता है, जैसे –

लिस्टेड कम्पनियां
शेयर धारक
डिमांड और सप्लाई
मार्केट की परिस्थिति आदि|
इसे सरल तरीके से एक एक करके समझते है >>>

कम्पनियां शेयर्स कैसे Issue करती हैं?
सबसे पहले कंपनियां अपने शेयर्स की स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग करवाकर IPO (Initial Public Offering) लाती है और अपने शेयर्स स्वंय द्वारा निर्धारित किये हुए मूल्य पर Public को Issue करती हैं|

एक बार IPO पूरा हो जाने के बाद Shares – Market में आ जाते हैं और स्टॉक एक्सचेंज और ब्रोकर्स के माध्यम से निवेशकों द्वारा आपस में ख़रीदे और बेचे जाते हैं|

शेयर्स की Price कैसे बदलती हैं?
IPO लाते समय शेयर्स की कीमत कंपनी तय करती हैं लेकिन एक बार आईपीओ पूरा हो जाने के बाद Shares का मूल्य मार्केट की Demand और Supply के आधार बदलता रहता है|

यह डिमांड और सप्लाई कंपनियों द्वारा समय-समय पर दी गई महत्वपूर्ण जानकारियों के आधार पर Change होती रहती है|

आप इसे ऐसे समझ सकते है –

अगर शेयर्स ख़रीदने वालो की संख्या बेचने वालो से ज्यादा होगी तो Shares की Price बढ़ेंगे —
और उसका अगर उल्टा होता है यानी बेचने वालो की संख्या खरीदने वालो से ज्यादा है तो Price कम होगी — (by EasyClip)

रविवार, 3 मई 2020

शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है

शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है?
किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.

अगर कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते से जुड़ी शर्त का पालन नहीं करती, तो उसे सेबी BSE/NSE से डीलिस्ट कर देती है.

शायद आपको पता न हो, विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल वारेन बफे भी शेयर बाजार (Stock Market) में ही निवेश कर अरबपति बने हैं. (SAFALTA KI RAAH)

Stock Market: शेयर बाजार क्या है?


शेयर का मतलब होता है हिस्सा. बाजार उस जगह को कहते हैं जहां आप खरीद-बिक्री कर सकें.

अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार (Stock Market) किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है. भारत में बोम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) नाम के दो प्रमुख शेयर बाजार हैं.

BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है.

स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.

शेयर खरीदने का मतलब क्या है?
मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भी चाहें बेच सकते हैं.

कंपनी जब शेयर जारी करती है उस वक्त किसी व्यक्ति या समूह को कितने शेयर देना है, यह उसके विवेक पर निर्भर है. शेयर बाजार (Stock Market) से शेयर खरीदने/बेचने के लिए आपको ब्रोकर की मदद लेनी होती है.

किसी लिस्टेड कंपनी के शेयरों का मूल्य BSE/NSE में दर्ज होता है. सभी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का मूल्य उनकी लाभ कमाने की क्षमता के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है. सभी शेयर बाजार (Stock Market) का नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी या SEBI) के हाथ में होता है.

Sebi की अनुमति के बाद ही कोई कंपनी शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होकर अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ या IPO) जारी कर सकती है.

प्रत्येक तिमाही/छमाही या सालाना आधार पर कंपनियां मुनाफा कमाने पर ह
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शनिवार, 2 मई 2020

आप कैसे कर सकते हैं शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत?



आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा. इसके बाद आपको डीमैट अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा.

बैंक अकाउंट से आप अपने डीमैट अकाउंट में फंड ट्रांसफर कीजिये और ब्रोकर की वेबसाइट से खुद लॉग इन कर या उसे आर्डर देकर किसी कंपनी के शेयर खरीद लीजिये.

इसके बाद वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे. आप जब चाहें उसे किसी कामकाजी दिन में ब्रोकर के माध्यम से ही बेच सकते हैं    BY ...SAFALTA KI RAAH